बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद फिलहाल इनकम टैक्स के रडार पर हैं। बीते शुक्रवार को भी उनसे जुड़े अनेक ठिकानों पर छापेमारी जारी रही। इस बीच समाचार एजेंसी एएनआई ने इस छापेमारी से जुड़ी कुछ जानकारी दी है। इस जानकारी के अनुसार सोनू सूद पर आईटी रेड की वजहों की प्रारंभिक वजह सामने आई है। सूत्रों के मुताबिक सोनू सूद ने विदेशी योगदान विनिमय अधिनियम (एफसीआरए) से जुड़े नियम तोड़े थे। जिस कारण ही इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने छापेमारी को अंजाम दिया। आईटी विभाग ने मुंबई, लखनऊ, कानपुर, जयपुर, दिल्ली और गुरूग्राम समेत कुल 28 जगहों पर सर्च ऑपरेशन किया।

केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) ने शनिवार को आरोप लगाया कि अभिनेता और उनके सहयोगियों ने 20 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी की है। बोर्ड ने यह भी आरोप लगाया कि जब आयकर विभाग ने उनके और उनसे जुड़े लखनऊ स्थित एक अवसंरचना समूह के परिसरों पर छापा मारा, तो यह पाया गया कि उन्होंने अपनी बिना हिसाब की आय को कई फर्जी संस्थाओं से फर्जी असुरक्षित लोन के रूप में दर्शाया है।
आपको बता दें कि आईटी अधिकारियों का आरोप है कि सोनू सूद ने कई फर्जी संस्थाओं से फर्जी और असुरक्षित लोन्स के रूप में बेहिसाब पैसे जमा किए थे। सोनू चैरिटी फाउंडेशन (एनजीओ) जुलाई 2020 में स्थापित किया था। आईटी विभाग के अनुसार, एनजीओ ने 1 अप्रैल 2021 से अभी तक 18.94 करोड़ का डोनेशन पाया है।
इस डोनेशन में से एनजीओ ने 1.9 करोड़ अलग अलग राहत कार्यों में खर्च किए। इसके बाद बचे 17 करोड़ अभी तक बैंक अकाउंट में ही हैं। इनका आज तक कोई इस्तेमाल नहीं हुआ है. इस बात का भी पता चला है कि चैरिटी फाउंडेशन द्वारा क्राउड फंडिंग प्लेटफॉर्म पर विदेशी डोनर्स से 2.1 करोड़ रुपये की राशि भी जुटाई गई है। जो कि FCRA के नियमों का उल्लंघन है।