टोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने के बाद २३ वर्षीय नीरज चोपड़ा ने जेवलिन थ्रो में १३१५ स्कोर के साथ दुनिया में दूसरी रैंकिंग हासिल की| वह केवल जर्मनी के जोहान्स वेटर, जिनका स्कोर १३९६ है, से पीछे हैं जो टोक्यो के फाइनल्स में ९वें स्थान पर थे|
नीरज चोपड़ा ने टोक्यो ओलंपिक्स में जेवलिन में स्वर्ण पदक हासिल किया था| उनका बेस्ट थ्रो 87.58 मीटर्स का था| उनकी इस उपलब्धि से भारत ने ओलंपिक्स में सात पदक जीतकर अपना नया कीर्तिमान स्थापित किया |

विजयी होकर भारत लौटने पर नीरज का शानदार स्वागत किया गया| खेल मंत्री ने नीरज चोपड़ा तथा टोक्यो ओलंपिक के अन्य भारतीय पदक विजेताओं को सम्मानित भी किया|
नीरज ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा, “मेरा ध्यान अपने खेल पर था और अगर आप अच्छा प्रदर्शन करते हैं तो प्रायोजक और पैसा पीछे आता है। मैं उन्हें सही तरह से इन्वेस्ट करते हुए जरूरतमंद लोगों की मदद करना चाहता हूँ| मेरे लिए सबसे बड़ी बात यह है कि मैं अपना ध्यान अपने खेल पर रखूँ और अपनी सफलता को अपने सिर तक नहीं जाने दूँ |“